सरदारशहर। में मकर संक्राति पर्व के दिन शनिवार सुबह 7 बजे से ही लोग छतों पर चढ़ गए और जैसे जैसे सूर्य ऊपर चढ़ता गया वैसे-वैसे आसमान में पतंगों की संख्या भी बढ़ती गई, और दोपहर 1 बजे तक आसमान पूरी तरह रंग बिरंगी पतंगों से छा गया। छतों पर लोग डीजे की धुन पर पतंगबाजी करते हुए नजर आ रहे हैं, पतंगबाजी के बढ़ते प्रचलन में पुरुषों के साथ-साथ युवतियां और महिलाएं भी पतंगबाजी का जमकर लुफ्त उठा रही है। चारों ओर वो काटा वो मारा के शोर सुनाई दे रहे हैं। छोटे-छोटे बच्चे भी मकर सक्रांति पर्व पर पतंगबाजी का जमकर लुफ्त उठा रहे हैं।
वही आसमान में कटी पतंग भी खूब नजर आ रही है, वार्ड पांच में पतंगबाजी करती महिला कांता भोजक ने बताया कि सुबह 7 बजे से ही हम पतंगबाजी के लिए छतों पर चढ़ गई थी और शाम तक जमकर पतंगबाजी का लुफ्त उठाएंगे, इस अवसर पर शिल्पा स्वामी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि सिर्फ लड़के ही पतंगबाजी करते हैं हम लड़कियां भी जमकर पतंगबाजी का लुफ्त उठा रही है। वैशाली प्रजापत ने बताया कि मकर सक्रांति पर्व पर हमने पतंगबाजी की तैयारियां पहले दिन ही पूरी कर ली थी और अब जमकर पतंगबाजी का लुफ्त उठा रहे हैं, इसके साथ-साथ ही घरों में तरह-तरह के पकवान भी बनाए गए हैं, पतंगबाजी के साथ-साथ छत के ऊपर ही बने हुए पकवान भी खा रहे हैं। इस अवसर पर चंचल सोनी ने बताया कि पतंगबाजी का अपना ही एक महत्व होता है, पतंग संदेश देता है कि किसी भी परिस्थिति में हमें गिरना नहीं चाहिए, एक डोर के सहारे हम आसमान की ऊंचाई को छू सकते हैं।
वैशाली प्रजापत ने कहा कि सुबह से हम पतंग उड़ा रहे हैं और हमारी काफी पतंग कटी है और हमने काफी पतंग काटी भी है। वही छतों पर जिस और देखो सब पतंगबाजी करते हुए नजर आ रहे हैं। वही पतंगबाजी के लिए शहर में जमकर चाइनीज धागे का उपयोग किया जा रहा है जिसके चलते आसमान में से पक्षियों की संख्या पूरी तरह से गायब नजर आ रही है। प्रशासन द्वारा समय रहते चाइनीज धागे पर कार्रवाई नहीं करने के कारण हर कोई पतंगबाजी में चाइनीज धागे का इस्तेमाल करता हुआ नजर आ रहा है, चाइनीज धागा पक्षियों के साथ-साथ इंसानों के लिए भी जानलेवा साबित होता है। वही मकर संक्रांति के अवसर पर शहर में दान पुण्य का दौर भी जारी है। इस अवसर पर कांता भोजक, शिल्पा स्वामी, प्रिया पांडे, वैशाली प्रजापत, चंचल सोनी, कविता, वंदना वर्मा, माया राजपूत, पूनम राजपूत, भगवती जोशी सहित शहर वासी जमकर पतंगबाजी का लुफ्त उठा रहे हैं।