सरदारशहर के मित्तल महिला महाविद्यालय में शनिवार को पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा नेहरू युवा केन्द्र चूरू के तत्वावधान में संभाग स्तरीय नेशनल फॉक फेस्टिवल का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में प्राचार्य डॉ मृत्युंजय कुमार पारीक ने अतिथियों का स्वागत किया। युवा अधिकारी मंगल ने बताया कि यह कार्यक्रम विलुप्त हो रही लोक कलाओं के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए आयोजित किया जा रहा है।
इसके अन्तर्गत राजस्थान के वाद्य यंत्र अलगोजा, मोर जंग सहित विभिन्न नृत्य कलाओं को युवा पीढ़ी तक पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने माय भारत पोर्टल सहित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दीं। जिला सलाहकार समिति युवा कार्यक्रम नेमचंद ने कार्यक्रम की उपयोगिता की जानकारी दीं। चूरू की अणुव्रत प्रभारी रचना कोठारी ने छोटे-छोटे नियमों की पालना कर अपने भविष्य को सुरक्षित एवं सवंर्द्धित करने के विषय में बताया। कार्यक्रम में जैसलमेर, बीकानेर, जोधपुर, नागौर सहित राजस्थान के विभिन्न जिलों से आए लोक कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति दी तथा राजस्थान की लोक कलाओं को प्रत्यक्ष साकार किया।
इस अवसर पर लोक देवता गोगा जी महाराज के भजन गायन करने वाले लोक कलाकारों ने डेरु की थाप पर गोगा जी महाराज के भजन गाकर सभी को आनंदित कर दिया। डेरु की थाप पर जब कलाकार थिरके तो सभी ने जमकर तालियां बजाई। इस अवसर पर मित्तल महाविद्यालय की छात्राओं ने भी कालियों कूद पद्यो मेला में गाने पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर सरदारशहर के अभीचेतना ग्रुप द्वारा भी शानदार कठपुतली नृत्य प्रस्तुत किया गया। धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस प्रभारी सुदर्शन गोयल ने किया। कार्यक्रम में समस्त महाविद्यालय स्टाफ तथा छात्राओं ने भागीदारी की।