सुजानगढ़। राजकीय बगड़िया हॉस्पिटल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. रामरतन बिस्सू ने पिछले एक साल में दुर्लभ हड्डी रोग से ग्रस्त मरीजों का इलिजारोव पद्धति से 14 रोगियों का आयुष्मान योजना में ऑपरेशन कर उपलब्धि हासिल की है।
बता दें कि इनमें से ज्यादातर रोगियों का एक्सीडेंट हुआ था। जिनमें किसी की हड्डी के कई टुकड़े हो गए थे। तो कई मरीजों की हड्डियों में मवाद पड़कर गलन शुरू हो गई थी। इनमें से कई रोगी अहमदाबाद, जयपुर, बीकानेर और सीकर तक ईलाज लेकर आए। लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली। ऐसे में डॉ. बिस्सू ने इसे एक चैलेंज के रूप में लेते हुए इन मरीजों का शहर की बगड़िया हॉस्पिटल में ही ऑपरेशन कर ईलाज किया। ऐसे में हर मरीज को करीब डेढ़ लाख रुपए का ईलाज सरकारी योजना में मुफ्त में मिल गया। मंगलवार को डॉ. बिस्सू ने 14 मरीजों को बुलाकर उनका स्वागत किया और मोमेंटो भेंट किए। मरीजों ने बताया कि कई जगह चक्कर लगाने के बाद डॉ. रामरतन के ईलाज से उन्हें राहत मिली है। साथ ही योजना में ऑपरेशन होने के कारण पैसे की बचत भी हो गई। डॉ. बिस्सू ने बताया कि इलिजारोव पद्धति खींचने वाले बाल के सिद्धांत पर आधारित है। जिसमें क्षतिग्रस्त अंग पर यांत्रिक तनाव का नियंत्रित अनुप्रयोग टूटी हुई हड्डियों को स्थिर कर देता है।
साथ ही हड्डी और ऊतक के पुनर्जनन की जैविक प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाता है। उन्होंने कहा कि मरीजों ने हायर सेंटर की बजाय उन पर विश्वास किया। जिससे उन्हें सफल होने की प्रेरणा मिली। साथ ही बगड़िया हॉस्पिटल के ओटी स्टाफ का भी बहुत सहयोग रहा। ये हैं लाभान्वित मरीजसुजानगढ़ के संजय सैनी, नुवां के दीपाराम, जैतासर के दानाराम मंडा, गुसाईसर के अब्दुल करीम, पड़िहारा के दिलीप प्रजापत, कुसुंबी के ओमप्रकाश, तारानगर के ओमप्रकाश प्रजापत, जैतासर के संदीप नायक, अलसीसर के गोविन्द मेघवाल, गुसाईसर के अंकित चारण, सुजानगढ़ के गजानंद, लोढ़सर के सोहनलाल, चाड़वास के कृष्णा कंवर, नरपत सिंह का डॉ. बिस्सू ने इलिजरोव पद्धति से ईलाज किया।