सरदारशहर ।के स्थानीय सरस्वती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में हर्षोल्लास से सावित्री बाई फुले जयंती मनाई गई । समेकित बीएड के प्राचार्य प्रो पीके पांडिया ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि जब एक पुरुष पढ़ता है तो केवल एक व्यक्ति पढ़ता है परन्तु जब एक महिला पढ़ती है तो सारा परिवार पढ़ता है। सावित्री बाई फुले ने महिला शिक्षा के क्षेत्र मे नींव का पत्थर बन कर आधुनिक महिला शिक्षा के लिए कार्य किया।
बी. एड. प्रशिक्षणार्थियों सुशीला,डिम्पल और पुष्पा ने इस अवसर पर कविता व भाषण प्रस्तुत किए। जिन्हे सभी ने बहुत सराहा। डॉ आर के सैनी ने वर्तमान पीढी को सावित्री बाई फुले के जीवन से सीख लेने का आह्वान किया।सावित्री बाई फुले जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए द्विवर्षीय बीएड के प्राचार्य डॉ लोकेश शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में रोहित सैनी, गोपाल यादव, सुमित्रा हुड्डा, रामचंद्र रायका, हरि प्रसाद प्रजापत, सुमन लता सैनी, सुभाष चन्द्र, विनोद सैन, श्रवण सैनी, प्रसन्ना सैनी, कविता सैनी, कुशल राम आदि सहित बीएड विद्यार्थी उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन कविता शर्मा ने किया। उपस्थित सभी जनों ने सावित्री बाई फुले की प्रतिमा पर पुष्पांजलि कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।