नई दिल्ली:अगर यह कह दिया जाए कि यह वह दौर है कि जहां टीम इंडिया में प्रतिस्पर्धा अपने चरम पर है. सेलेक्टर्स की भी मुश्किलें बढ़ चली हैं कि किसे लिया जाए, किसे न लिया जाए. कोई न कोई छूट जा रहा है, तो आलोचक सिर पर सवार हो जा रहे हैं.हालिया सबसे बड़ा उदाहरण संजू सैमसन का है. अब जब कोई भी खिलाड़ी 55 से ऊपर का औसत होने के बावजूद टीम में जगह नहीं पाएगा, तो वह तो खुद से सवाल करेगा ही कि आखिर मेरी गलती क्या है. वहीं, दुनिया भी बातें बनाएगी. कुछ ऐसे ही बातें हरभजन सिंह ने संजू सैमसन को लेकर कही हैं।
भज्जी न कहा, “ईमानदारी से कहूं, तो मुझे उनके लिए बहुत ही खराब लग रहा है.वह रन बनाता है, लेकिन उसे ड्रॉप कर दिया जाता है. मैं जानता हूं कि आप केवल 15 खिलाड़ियों का ही चयन कर सकते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि उसकी बैटिंग इस फॉर्मेट के अनुकूल है. उसका 55-56 का औसत है. लेकिन हालात ऐसे हैं कि संजू दूसरे विकेटकीपर भी नहीं हैं. जब भी हम उनके चयन की बात करते हैं, तो लोग पूछते हैं कि किसकी जगह पर? जगह बनाई जा सकती हैं.” वैसे सैमसन अकेले ऐसे खिलाड़ी नहीं है,जिसे लेकर भज्जी निराश हैं. पूर्व स्पिनर ने लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को भी बाहर रखने पर सवाल उठाया है. चहल इंग्लैंड के खिलाफ टी20 टीम का भी हिस्सा नहीं है.
पूर्व ऑफ स्पिनर ने कहा, यहां मामला संजू का ही नहीं है. चहल भी टीम में नहीं है. आपने चार स्पिनर चुने हैं, जबकि इनमें से दो बाएं हत्था हैं. आप विविधता के लिए एक लेग स्पिनर को शामिल कर सकते थे. चहल एक शानदार गेंदबाज है. मैं नहीं जानता कि उसने ऐसा क्या गलत कर दिया कि चहल इस टीम में फिट नहीं है.” भज्जी यह भी बोले कि युवा जायसवाल को चैंपियंस ट्रॉफी टीम में भले ही चुन लिया गया हो, लेकिन उन्हें नहीं लगता कि वह पारी की शुरुआत करेंगे या नंबर तीन या चार पर खेलेंगे. हरभजन ने कहा, “मुझे लगा कि जायसवाल ओपन करेगा, लेकिन अब ऐसा नहीं लगता क्योंकि शुभमन गिल उप-कप्तान है. ऐसे में वह पहले खेलेगे. और जायसवाल नंबर तीन या चार पर खेलेगा नहीं क्योंकि इन नंबरों पर कोहली और अय्यर खेलेंगे.”