SARDARSHAHAR बोले — अब रेल लाइन बढ़ाओ, विकास का रास्ता खोलो, सरदारशहर का संघर्ष: रेल लाइन विस्तार की जिद अब आंदोलन बनी”
सरदारशहर। राजस्थान के चूरू ज़िले का सरदारशहर… जहाँ लोगों की आवाज़ अब पटरियों तक पहुँच चुकी है।
बीते कई दशकों से यहां के लोग रेल लाइन विस्तार की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन ये मांग अब आंदोलन का रूप ले चुकी है।
लोग कह रहे हैं — “रेल लाइन बढ़ाओ, सरदारशहर को जोड़ो”।
सरदारशहर रेलवे स्टेशन पर जब ट्रेन रुकती है — तो यही इस लाइन का आख़िरी पड़ाव होता है।
यहां से आगे… रेलवे की पटरियां ख़त्म हो जाती हैं। रतनगढ़ से शुरू होकर सरदारशहर तक आने वाली ये छोटी सी लाइन, अब विकास की राह में बड़ी बाधा बन चुकी है।
“वर्षों से सरदारशहर के लोग रेल विस्तार की मांग करते आ रहे हैं। अब एक बार फिर इस मांग ने आंदोलन का रूप ले लिया है।
लोगों का कहना है कि अगर श्रीडूंगरगढ़ से राजगढ़ तक रेल लाइन बिछाई जाती है — तो ये पूरा इलाका आर्थिक और सामाजिक विकास के नए दौर में प्रवेश करेगा।”
अब सरदारशहर रेल सेवा विस्तार संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलन जारी है। लोगों ने सरकार से कहा है — अब वक़्त आ गया है कि वादों को हकीकत में बदला जाए। सिर्फ रतनगढ़ तक सीमित रेल सेवा के कारण यात्रियों, किसानों और व्यापारियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
रेल सेवा विस्तार संघर्ष समिति संयोजक माणकचंद्र भाटी का कहना हैं कि “कई बार सर्वे हुए, कई बार बजट में घोषणाएं हुईं,
लेकिन अब तक ज़मीन पर कुछ नहीं हुआ। सरदारशहर तहसील की लगभग 4 लाख आबादी आज भी केवल रतनगढ़ स्टेशन (40 किमी) पर निर्भर है। 102 वर्षों में एक किलोमीटर भी नई रेल लाइन नहीं बिछाई गई। सरदारशहर–राजगढ़ मार्ग पर तारानगर तहसील की 3 लाख आबादी रेल कनेक्शन से वंचित है।
अगर श्रीडूंगरगढ़ से राजगढ़ तक रेल लाइन बनती है, तो करीब 15 लाख लोग सीधे रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाएंगे।” रेल सेवा विस्तार से सरदारशहर ही नहीं, बल्कि पूरे चूरू ज़िले को लाभ होगा। यह इलाका कृषि उत्पादों का हब है, साथ ही हैंडीक्राफ्ट, आभूषण और प्लास्टर ऑफ पेरिस उद्योगों का बड़ा केंद्र।
लेकिन रेल कनेक्टिविटी ना होने से उद्योगों और व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
शिवरतन सराफ, जो कि उद्योग एवं व्यापार संघ के अध्यक्ष भी हैं उनका कहना हैं कि “सिर्फ 55 किलोमीटर तक लाइन बढ़ा दी जाए, तो सरदारशहर आसानी से अर्जुनसर और श्रीडूंगरगढ़ से जुड़ सकता है। रेल लाइन बढ़ेगी तो व्यापार भी बढ़ेगा और रोजगार के नए अवसर बनेंगे।”
रेल मार्ग के विस्तार से धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस प्रस्तावित लाइन पर तोलियासर भैरूंजी महाराज, आड़सर जगदंबा माता और ददरेवा गोगाजी महाराज जैसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थल पड़ते हैं। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं — ऐसे में रेल लाइन विस्तार लाखों यात्रियों के लिए वरदान साबित हो सकता है।
वहीं स्थानीय विधायक अनिल शर्मा, ने बताया कि रेल कनेक्टिविटी बढ़ने से न सिर्फ कारोबार, बल्कि पूरे जिले का विकास होगा। सरदारशहर, तारानगर और साहवा जैसे कस्बे सीधे राजस्थान के बड़े रेल नेटवर्क से जुड़ जाएंगे।”
वहीं शहर के लोगों का कहना है कि “अब आश्वासनों से काम नहीं चलेगा, सरकार को धरातल पर कार्रवाई करनी होगी।
रेल लाइन बढ़ेगी तो रोज़गार बढ़ेगा, और सरदारशहर का कारोबार नई उड़ान भरेगा।”
“रेल लाइन का ये विस्तार सिर्फ ट्रैक की बात नहीं है,
ये सरदारशहर के सपनों की राह है।
यहां के लोगों की उम्मीद है कि इस बार ये आवाज़ सिर्फ प्लेटफॉर्म तक नहीं, बल्कि दिल्ली तक ज़रूर पहुंचेगी।”





