सरदारशहर : 20 सेकंड में किसान के हुए टुकड़े टुकड़े, दर्दनाक हादसे में अन्नदाता की मौत

सरदारशहर : 20 सेकंड में किसान के हुए टुकड़े टुकड़े, दर्दनाक हादसे में अन्नदाता की मौत

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दिव्य न्यूज़ (divya news)

सरदारशहर। तहसील के गांव मितासर में रूह कम्पा देने वाला मामला सामने आया है यहां पर दर्दनाक हादसे में अन्नदाता की तड़प तड़प कर मौत हो गई। तहसील के गांव मितासर में मंगलवार अलसुबह खेत मे गेहूं निकालते समय थ्रेसर में आने से 20 सेकेंड में एक 22 वर्षीय किसान के टुकड़े-टुकड़े हो गए। हादसा इतना भयावह था कि किसान के सिर से लेकर घुटनों तक का हिस्सा मशीन में पिस गया और मौके पर ही मौत हो गई। घटना मंगलवार अलसुबह लगभग 3 बजे सदारशहर तहसील के गांव मीतासर गांव की रोही में हुई। किसान का पुरा शरीर थ्रेसर के अंदर चला गया। केवल घुटनों से नीचे का हिस्सा बाहर रहा।

परिवार के लोग बचाने की कोशिश करते इससे पहले ही मशीन ने 22 वर्षीय किसान शिशपाल को अंदर खींच लिया। थ्रेसर के रोलर से शिशपाल के सिर से लेकर घुटनों तक के शरीर के हजारों टुकड़े हो गए। सिर, दोनों हाथ, धड़ और घुटनों तक का हिस्सा लोहे के रोलर में पिस गया। उसकी आंतें रोलर से लिपट गईं। हादसा इतना जल्दी हुआ कि मशीन से बाहर लटके पंजों में शिशपाल की चप्पल भी नहीं निकली थीं। मृतक के भाई कालूराम ने दिव्य न्यूज़ को बताया कि परिवार के सदस्य शीशपाल सहित साथ में परिवार के 5 लोग गेंहू निकालने शामिल थे। थ्रेसर में शिशपाल ने एक पूली को जोर से धक्का दिया था। इस दौरान उनका हाथ फंस गया और थ्रेसर से जोर की आवाज आई। मंगलवार सुबह पुलिस थाने में सूचना मिलने के बाद 11:00 बजे हेड कांस्टेबल ओमप्रकाश पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली और क्षत-विक्षत शव को थ्रेसर से बाहर निकलवाया।

सरदारशहर पुलिस थाना के हैडकांस्टेबल ओमप्रकाश ने Divya news को बताया कि हादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे हैं, मृतक किसान के भाई ने रिपोर्ट दी है कि अंधेरा होने के कारण मशीन के अंदर फंसने से बड़ा हादसा हो गया है। मौके पर पहुच शव को थ्रेसर से निकाला गया है। शव का मौके पर ही पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौपा दिया गया है।

गांव मीतासर गांव का मृतक शिशपाल ज्याणी अविवाहित था मृतक चार भाईयों में सबसे छोटा था। घटना की सूचना मिलने के बाद पूरा गांव शौक में डूबा हुआ है। भाई माता पिता के रो-रो कर बूरा हाल हो चुके है। गांव के परिजनों को लोग ढाढश बंधाने पर जुटे हुए है।

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