पिछले लंबे समय से नगरपालिका सरदारशहर विवादों में बनी हुई है। कभी अधिशासी अधिकारी और नगर पालिका अध्यक्ष राजकरण चौधरी का विवाद , तो कभी सरदारशहर के विधायक कामकाज को लेकर नगर पालिका के कर्मचारियों को फटकारते हुए नजर आते हैं वहीं कई बार अधिशासी अधिकारी प्रमोद कुमार जांगिड़ की कार्यशैली को लेकर भी विवाद हो जाता है। कभी पालिका में अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए पार्षद केरोसिन का तेल लेकर पहुंच जाते हैं। इसी कड़ी में एक बार फिर से नगरपालिका सरदारशहर विवादों में घिरते हुए नजर आ रही है। सबसे पहले आपको दिव्य न्यूज़ खबर दे रहा है कि नगर पालिका के कर्मचारी शुभकरण भाट ने अपना इस्तीफा नगर पालिका अध्यक्ष राजकरण चौधरी को शुक्रवार को सौंप दिया है और अपने इस्तीफे में शुभकरण भाट ने अधिशासी अधिकारी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इस्तीफे की कॉपी दिव्य न्यूज़ के पास है।
क्या है पूरी खबर देखिए
नगर पालिका सरदारशहर के कनिष्ठ सहायक कर्मचारी शुभकरण भाट ने अपना इस्तीफा नगर पालिका अध्यक्ष राजकरण चौधरी को सौंप दिया है। अपने इस्तीफे में शुभकरण भाट ने अधिशासी अधिकारी प्रमोद कुमार जांगिड़ पर गंभीर आरोप लगाए हैं । अपने इस्तीफे में शुभकरण भाट ने नगर पालिका अध्यक्ष राजकरण चौधरी को संबोधित करते हुए लिखा है कि मेरे पास भूमि शाखा और निर्माण शाखा का कार्यभार है । जिसको एक साथ निर्वहन करने में सक्षम नहीं हूं, जिस के संबंध में कार्यभार कम करने हेतु पूर्व में भी निवेदन किया जा चुका है । मेरी शारीरिक एवं मानसिक स्थित उक्त कार्यभार करने में सक्षम नहीं है। आप द्वारा अधिशासी अधिकारी को मेरा कार्य भार कम करने हेतु निर्देशित किया जा चुका है। परंतु इओ के द्वारा मुझे जानबूझकर टारगेट बनाकर प्रताड़ित किया जा रहा है। जिसके संबंध में कल दिनांक 26/4/ 2023 को आरोप पत्र जारी किया गया है जो कि मुझे स्वीकार योग्य नहीं है । मेरे कार्यकाल की चाबी मेरे सहकर्मी कपिल चांवरिया को सम्भला दी गई है । मेरे घर पर नगरपालिका सरदारशहर का कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है । आप महोदय से निवेदन है कि मेरा त्यागपत्र स्वीकार करते हुए कार्यालय के किसी कर्मचारी का नाम बताएं ताकि कार्यालय में उपलब्ध मेरे पास का समस्त रिकॉर्ड संभाला कर कार्य मुक्त हो सकूं धन्यवाद।
वहीं इस्तीफा मिलने के बाद नगर पालिका अध्यक्ष राजकरण चौधरी ने अधिशासी अधिकारी प्रमोद कुमार जांगिड़ को पत्र लिखा है। इस पत्र में नगर पालिका अध्यक्ष राजकरण चौधरी ने लिखा है कि 27/4/ 2023 को श्री सुभकरण भाट कनिष्ठ सहायक नगर पालिका सरदारशहर के द्वारा एक पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें उक्त कार्मिक द्वारा अपनी राजकीय सेवा से त्यागपत्र देते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृत्त की स्वीकृति देने की मांग की है । जिस संबंध में लेख है कि उक्त कार्मिक अपने पिता की मृत्यु होने के पश्चात अनुकंपा में राजकीय सेवा में लगा है तथा पूरे परिवार की सामूहिक जिम्मेदारी उक्त कार्मिक के स्वयं पर है। मेरे कार्यभार संभालने से लेकर आज दिनांक तक उक्त कार्मिक पूरे स्टाफ में सबसे अधिक कार्य करने एवं निष्ठा पूर्वक सेवा देने वाला कार्मिक है। इतने मेहनती कार्मिक द्वारा प्रशासन शहरों के संग अभियान व निर्माण शाखा का संपूर्ण कार्य एवं भूमि शाखा का संपूर्ण कार्य पूरी मेहनत के साथ किया है। ऐसे कार्मिक द्वारा मानसिक प्रताड़ित के चलते राजकीय सेवा इस प्रकार से त्यागपत्र देना चिंताजनक विषय है। पालिका में चुनिंदा बोर्ड है ऐसे में शहर के संपूर्ण प्रकार के विकास कार्य बाधित हो रहे हैं और प्रशासन शहरों के संग अभियान भी पूर्णतया ठप हो गया है । अतः उक्त प्रकरण हेतु सिधता- सिध से बोर्ड के संपूर्ण पार्षदों की बैठक बुलाने के आदेश जारी करें, ताकि अति गंभीर मामला सदन की बैठक में रखकर संपूर्ण निर्णय किया जा सके । अंतिम निर्णय तक प्रशासन शहरों के संग अभियान को सुचारू रूप से चलाए जाने हेतु किसी अन्य कार्मिक को नियुक्त करें ताकि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना का लाभ आमजन को मिल सके ।
हालांकि इस पूरे प्रकरण में दिव्य न्यूज़ ने जब शुक्रवार को अधिशासी अधिकारी प्रमोद कुमार जांगिड़ से बात की तो उन्होंने कहा कि मेरे पास तो कोई इस्तीफा नहीं आया है। मेरे नाम से कोई इस्तीफा प्राप्त नहीं हुआ है। जब उनसे पूछा गया कि इस्तीफे में आप पर आरोप लगाया गया कि आप प्रताड़ित कर रहे हैं । इस पर इओ ने कहा कि ऐसा मुझे ध्यान में नहीं है कि मैंने किसी को प्रताड़ित किया हो।
हालांकि इस पूरे प्रकरण में दिव्य न्यूज़ कल से ही सुभकरण भाट से संपर्क करने की कोशिश कर रहे है लेकिन उनसे अभी तक संपर्क नहीं हो पाया है।