सरदारशहर । स्थनीय सरस्वती विद्यालय स्थित श्री रामशरणम् में दो दिवसीय खुला साधना सत्संग एवं नाम दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ । इस दौरान दो दिवस के साधना सत्संग में तहसील क्षेत्र से बड़ी संख्या में साधकजनों ने भाग लिया।
वरिष्ठ साधक बजरंग राजपुरोही व ओमप्रकाश सैनी ने बताया कि श्रीरामशरणम् दिल्ली के संत शिरोमणि परम पूज्य श्री स्वामी सत्यानंद जी महाराज एवं पूज्यपाद श्री प्रेम जी महाराज एवं ब्रह्मलीन संत डा विश्वामित्र जी महाराज की असीम अनुकंपा एवं सूक्ष्म उपस्थिति में श्रीरामशरणम सत्संग हॉल सरदारशहर में एक रात्रि दो दिवसीय खुला साधना सत्संग एवं नाम दीक्षा का आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम के पहले दिन तहसील भर से 344 नए साधकों ने नाम दीक्षा ली। इस दौरान दो दिवसीय खुला साधना सत्संग में ब्रह्मलीन संत डा विश्वामित्र जी महाराज के प्रवचन, श्रीअमृतवाणी जी का पाठ, भक्ति प्रकाश जी का पाठ, ध्यान, जाप, भजन कीर्तन आदि कार्यकर्म हुए। इस दौरान बाहर से आए हुए सभी साधकों की रहने की व्यवस्था कार्यक्रम स्थल पर ही की गई।
वरिष्ठ साधक ओमप्रकाश सैनी ने बताया कि श्रीरामशरणाम एक ऐसा आध्यात्मिक केंद्र है जहां पर किसी भी प्रकार का कोई चढ़ावा नहीं चढ़ाया जाता है साथ ही साथ ना ही अमीर गरीब का भेद किया जाता है। यहां पर सिर्फ राम नाम की भक्ति की जाती है और राम नाम की भक्ति से ईश्वर की असीम कृपा होती है ।