सरदारशहर में मकर संक्रांति के पर्व पर शहरवासी पतंग बाजी का जमकर लुफ्त उठाते हैं और मकर संक्रांति के 1 महीने पहले से ही शहर में जमकर पतंगबाजी देखने को मिल रही है, लेकिन ऐसे में पतंगबाजी में चाइनीज मांझे का जमकर उपयोग किया जाता है जिसके चलते यह चाइनीज मांझा बेजुबानों के लिए मौत का मांझा बन जाता है, आए दिन बेजुबान पशु पक्षी इस चाइनीज मांझे की चपेट में आकर अकाल मौत के शिकार हो रहे हैं, बच्चे व बाइक सवार भी मांझे की चपेट में आकर घायल हो जाते हैं।
जिसको देखते हुए शहर के विप्र फाउंडेशन संगठन की ओर से पिछले दिनों शहर के गांधी चौक में एक कार्यक्रम आयोजित कर चाइनीस मांझे के खिलाफ अभियान चलाया गया, और प्रशासन से चाइनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई, उसके बाद नगर परिषद सभापति राजकरण चौधरी के निर्देशों पर एक टीम का गठन किया गया और शहर के रोडवेज बस स्टैंड, कच्चा बस स्टैंड, सब्जी मंडी, मुख्य बाजार सहित शहर के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर 370 चाइनीज मांझे की चर्खियां जप्त की गई। जप्त चाइनीज मांझे की कीमत करीब 2 लाख रुपए बताई जा रही है। इस अवसर पर सभापति राजकरण चौधरी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि नगर परिषद की टीम और पुलिस प्रशासन के सहयोग से शहर के विभिन्न स्थानों पर पिछले तीन-चार दिनों से लगातार कार्रवाई कर लाखों रुपए का चाइनीज मांझा जप्त किया गया है, और यह कार्रवाई तब तक जारी रहेगी जब तक यह माँझा बिकता रहेगा। विप्र फाउंडेशन नगर अध्यक्ष अशोक पारीक ने बताया कि हमने चाइनीज मांझा पर रोक लगाने की पहल की थी और हमारी बात पर अमल करते हुए नगर परिषद सभापति राजकरण चौधरी और नगर परिषद की टीम ने चुरू जिले की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए लाखों रुपए का चाइनीज माँझा जप्त किया है। उन्होंने कहा कि हम पतंगबाजी करने वालों से अपील करते हैं कि वह लोग इस त्यौहार को साधारण मांझे से पतंग उड़ा कर मनाएं। इस अवसर पर विप्र फाउंडेशन की टीम ने नगर परिषद सभापति राजकरण चौधरी और उनकी टीम का आभार प्रकट किया। वही आपको बता दे कि पिछले काफी वर्षों से पतंगबाजी में चाइनीज मांझे का उपयोग किया जा रहा है जिसके चलते बेजुबान पशु पक्षियों के साथ बच्चे और बाइक सवार भी इस माँझे की चपेट में आकर घायल हो रहे हैं, नगर परिषद की ओर से सिर्फ चाइनीज मांझा जप्त करने की कार्रवाई की जाती है लेकिन बेचने वालों पर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण उनके हौसले बुलंद है, शहर वासियों की मांग है कि चाइनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ प्रशासन कार्रवाई करें ताकि इस मांझे की बिक्री पर रोक लगाई जा सके।