सरदारशहर। बजट घोषणाओं की धरातलीय क्रियान्विति व जनकल्याणकारी योजनाओं के पंजीयन के लिए राज्य सरकार 24 अप्रैल से निकाय व ग्राम पंचायत स्तर पर महंगाई राहत शिविर तो लगा रही है लेकिन सरकारी कर्मचारी व सरपंच हड़ताल पर जाने से शिविर सहित सरकार महकमों में सन्नाटा छाया हुआ है।ऐसे में शुक्रवार को पंचायत समिति, तहसीलदार कार्यालस सहित अन्य सरकारी दफ्तरों के कर्मचारी हड़ताल पर जाने से सन्नाटा छाया हुआ है। आमजन के कार्य नहीं होने से लोगों को प्ररेशानी झेलनी पड़ रही है। जिसके कारण ज्यादातर कामकाज ठप हैं। इससे फरियादी भी परेशान हो रहे हैं। दरअसल, 10 अप्रैल से मंत्रालयिक कर्मचारियों के सामूहिक अवकाश पर और 17 अप्रैल से जयपुर महापड़ाव में चले जाने से सभी विभागों में कामकाज प्रभावित हो रहा है। सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी अपनी विभिन्न मांगो लेकर हड़ताल पर जाने से पंचायत भवनों के ताले लटके पड़े हुए है। जिसके कारण ग्राम पंचायतों में लगने वाले महगाई राहत शिविर फ्लोफ हो रहे है। ऐसे में पंचायत समिति के आगे ग्राम विकास अधिकारी संघ के सदस्यों ने कहा कि सरकार की हर योजनाओ को धरातल पर उतारने का कार्य पंचायतीराज के जरिए किया जाता है लेकिन सरकारी की हटधर्मिकता के कारण कर्मचारियों को प्ररेशान किया जा रहा है। इस मौके पर ग्राम विकास अधिकारी लूणाराम सैनी,हनुमान ओळा,रूपसिंह राजवी,मनोज मेघवाल,महेंद्रसिंह राजवी, ओमप्रकाश,भूपेंद्रसिंह मीणा, महेंद्र कुमार आदि ने विरोध प्रदर्शन किया।
हड़ताल के कारण उप पंजीयक कार्यालय पर ताला रजिस्ट्री का काम ठप
हड़ताल के कारण उप पंजीयक कार्यालय में ताला लटका हुआ है। जिसके कारण रजिस्ट्री का काम ठप है। कार्यालय के बाबू हड़ताल पर जाने से अधिकतर विभागों के कार्य प्रभावित हो गए है।