फिल्म दिखाकर विधार्थियों को जल संरक्षण के प्रति किया जागरूक

फिल्म दिखाकर विधार्थियों को जल संरक्षण के प्रति किया जागरूक

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सरदारशहर। राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना (आरयूआईडीपी) चतुर्थ चरण द्वारा आमजन की सुविधा हेतु जल प्रदाय तंत्र मे सुधार एवं सीवरेज कार्य और विकास हेतु विभिन्न आधारभूत कार्य करवाये जा रहे हैं। आरयूआईडीपी प्रोजेक्ट के अधिशाषी अभियंता मनोज कुमार मित्तल व सहायक अभियंता दीनेश फोगाट के निर्देशन में सामुदायिक जागरूकता एवं जनसहभागिता यूनिट द्वारा आमजन में जन चेतना के माध्यम से परियोजना संदेश देने के लिये सीएपीपी के सहायक सामुदायिक विकास एवं जेण्डर सर्पोट महेन्द्र सिंह राणावत द्वारा राजकिय उच्च प्राथमिक विद्यालय नम्बर 1 में विद्यार्थी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस अवसर पर आरयूआईडीपी परियोजना के तहत किये जाने वाले पेयजल योजना कार्य में छात्राएं की भूमिका एवं परियोजना कार्य में सहयोग आदि विषयों पर चर्चा की गई। कैंप के महेन्द्र सिंह राणावत ने परियोजना के तहत चल रहे जल प्रदाय तंत्र में सुधार के बारे में बताया तथा कहा की आप इसमें सहयोग करे और अपने परिवार को भी सहयोग करने के बारे में कहे। कार्यक्रम में जल संरक्षण पर बच्चों की भूमिका पर बोलते हुये राणावत ने बताया की जल ही जीवन है जल के बिना जीवन की कल्पना करना मुश्किल है। जीवन के सभी कार्यों के निष्पादन के लिए जल की आवश्यकता होती है। जल संसाधन पानी के यह स्त्रोत है जो मानव जाती के लिए उपयोग है। फर्श को पाईप से धोने की बजाय पोछे से साफ करें। सेविंग करते वक्त नल को खुला ना छछोडे, मग में पानी लेकर सेव करे। इस प्रकार की छोटी छोटी आदतों से बहुत सारा पीने वाला पानी बचाया जा सकता है जो आज की बचत और कल का भविष्य है और इसमें बच्चे अपना अहम रोल निभा सकते है। इसलिए अब समय आ गया है की बच्चों को आगे आकर पानी को बचाने के लिए उपाए करने होंगे। विद्यालय के प्रधानाध्यापक शंकरलाल मेघवाल ने जल सरंक्षण पर प्रकाश डाला। अपने उदबोधन मे बोलते हुए कहा कि स्कूल में जल संरक्षण पर इस प्रकार के कार्यक्रम करवाने चाहिए। जिससे जल संरक्षण के प्रति बच्चों में सहभागिता सुनिश्रित की जा सके।

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