सरदारशहर। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कुख्यात अपराधी ऋतिक बॉक्सर को 11 फरवरी को सरदारशहर पुलिस अजमेर की घुगरा घाटी जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर 12 फरवरी को को सरदारशहर पहुंची थी, जहां पर आरोपी ऋतिक बॉक्सर को कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायालय में पेश किया गया और न्यायालय के आदेश पर पुलिस 3 दिन के पुलिस ने रिमांड के दौरान ऋतिक बॉक्सर से गहनता से पूछताछ की। पूछताछ में ऋतिक बॉक्सर ने पुलिस को बताया कि सरदारशहर में मिले 17 जिंदा कारतूस को उसने जयपुर में 28 जनवरी 2023 को जीक्लब पर हुई फायरिंग के लिए मंगवाए थे। गुरुवार को पुलिस ने पूछताछ के बाद ऋतिक बॉक्सर को न्यायालय में पेश किया और वहां से वापस पुलिस अजमेर की घुगरा घाटी जेल लेकर रवाना हुई है। एएसआई हिम्मतसिंह ने बताया कि 10 जनवरी 2023 को सरदारशहर के कच्चा बस स्टैंड के पास एक लावारिस बाइक मिली थी जिसमें 17 जिंदा कारतूस मिले थे। 6 जून 2023 को मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने हनुमानगढ़ के सांगरिया निवासी नरेश पुत्र महेंद्रसिंह जाट को हनुमानगढ़ से गिरफ्तार किया था और नरेश जाट ने पुलिस को बताया था कि वह इन 17 जिंदा कारतूसों को लेकर ऋतिक बॉक्सर को देने के लिए जयपुर जा रहा था, उसे पकड़े जाने की शंका हुई तो वह बाइक सहित 17 जिंदा कारतूस सरदारशहर के कच्चा बस स्टैंड पर छोड़कर वापस अपने गांव संगरिया भाग गया। इस मामले में ऋतिक बॉक्सर से पूछताछ करने के लिए पुलिस ने कुख्यात अपराधी ऋतिक बॉक्सर को अजमेर जेल से प्रोडक्शन वांट पर गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार कुख्यात अपराधी ऋतिक बॉक्सर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य है और ऋतिक बॉक्सर पर 20 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं।