सरदारशहर। उपखंड क्षेत्र के गांव सावर के आंबेडकर चौक पर बापा सेवा सदन संगर्ष समिति के द्वारा सोमवार को अनुसूचित जाति-जनजाति आत्म सम्मान महापंचायत का आयोजित की गई। महापंचायत में एससी एसटी समाज के जिले भर के नेता मौजूद रहे । इस दौरान स्थानीय विधायक अनिल शर्मा के प्रति लोगों का आक्रोश देखने को मिला ।
दलित समाज की ओर से आयोजित महापंचायत में मुख्य अतिथि दिल्ली विश्वविघालय की प्रो. डॉ ऋतुसिंह ने कहा कि समाज को आगे बढने के लिए शिक्षा व राजनैतिक में आगे आने की जरूरत है। इसके लिए जगह-जगह महापंचायत करते हुए समाज के लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। इसी प्रकार विशिष्ट अतिथि श्रवण कुमार चिराणिया ने कहा कि आजादी के समय से बापा सेवा सदन के नाम से 37 बीघा जमीन सरकार द्वारा आबंटित की गई,लेकिन राजनैतिक कारणों से वर्तमान में स्कूल व छात्रावास को बंद कर दिया गया और यहां खेल मैदान के स्थान पर गैनाणी बना दी गई। महापंचायत कर विरोध करने पर स्थानीय विधायक ने गलत बयानबाजी की। उक्त बयान के खिलाफ कई बार एसी-एसटी समाज के द्वारा महापंचायत का आयोजन किया जा चुका है। आगे भी जारी रहेगी।
इस दौरान दलित नेता श्रवण कुमार चिराणिया ने कहा कि कुछ लोग मुझ पर राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं यदि समाज की बात करना राजनीति है तो मैं राजनीति कर रहा हूं इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधान रामकुमार मेघवाल पर भी जमकर हमला बोला। इस दौरान मंच पर पार्षद सुनिल कुमार मीणा, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सांवरमल मेघवाल,एडवोकेट ओमप्रकाश वर्मा,भानूप्रकाश दानोदिया,क्रय-विक्रय सहकारी समिति के उपाध्यक्ष सतपाल मेघवाल,ओमप्रकाश मेघवाल,सरपंच मामराज मेघवाल,धर्मपाल चांदेल,श्रीचंद छापरवाल, आदि ने विचार व्यक्त किए। मौके पर पहुचे सभी अतिथियों को माला व साफा पहनाकर शानदार स्वागत किया। महा पंचायत में बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रही।
समाज का नेता तैयार करने का किया आवाहन
महापंचायत के दौरान वक्ताओं ने कहां हर समाज के नेता होते हैं, लेकिन हम अपने समाज का वोट बैंक होने के बाद भी अपना राजनेता स्थापित नहीं कर पाए । कुछ समाज के नेता थे उन्होंने बड़े नेताओं के पास रहकर अपना घर चलाने का काम किया और समाज को उनके यहां गिरवी रख दिया। जिसके कारण अपना समाज पिछड़ता गया । महापंचायत के दौरान वक्ताओं ने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में अपने समाज का एक वजूद होना चाहिए कि एससी एसटी के लोग भी इस विधानसभा क्षेत्र में रहते हैं अपने समाज को हर नेता यूं ही मानते है कि यह तो एक ही राजनेता व एक ही पार्टी का वोट बैंक है उनको इस बार सबक सिखाने का काम करेंगे और अपना नेतृत्व करेंगे।