अणुव्रत जीवन का आधार और दर्शन: धाड़ेवा

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सादुलपुर। अणुव्रत अमृत महोत्सव के परिसम्पन्नता के उपलक्ष में अणुव्रत मंच सादुलपुर द्वारा अणुव्रत अमृत महोत्सव सम्पूर्ति समारोह एवं अणुव्रत रैली का आयोजन आर एस मैमोरियल सी. सै. स्कूल के सभागार में दिनांक 11 मार्च 2024 को किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अणुव्रत गीत से हुआ। संस्था निदेशक महावीर सिंह शेखावत ने सभी का स्वागत करते हुए बताया कि अणुव्रत आंदोलन को 75 वर्ष पूर्ण हो गए हैं इसी उपलक्ष्य में अणुव्रत मंच सादुलपुर द्वारा अणुव्रत जीवन शैली को विद्यार्थियों को अपनाने का आह्वान किया गया है ताकि वे अपने जीवन में एक स्वस्थ जीवन शैली को अपनाकर स्वयं का भौतिक विकास के साथ-साथ आध्यात्मिक विकास करते हुए श्रेष्ठ समाज का निर्माण कर सके। जब दुनिया अणु बम बना रही थी, तब आचार्य से तुलसी ने अणुव्रत आंदोलन का प्रवर्तन किया। सांसारिक जीवन में संयम की बहुत जरूरत है ।

अणुव्रत जन -जन का है, जन -जन के लिए है। समारोह के मुख्य अतिथि उम्मेद जी धाड़ेवा ने कहा कि अणुव्रत जीवन शैली का मुख्य ध्येय जाति, धर्म, रंग व लिंग भेद किए बिना श्रेष्ठ समाज, श्रेष्ठ राष्ट्र और श्रेष्ठ विश्व की परिकल्पना को साकार करना है। यह जीवन शैली एक अहिंसक, संयम प्रधान और व्रत आधारित जीवन शैली है इसके द्वारा व्यक्ति को जीवन मूल्यों से जोड़कर एक स्वस्थ, स्वाभिमानी, आत्मनिर्भर और संपूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण कैसे हो यहीं ज्ञान इन विद्यार्थियों तक पहुँचाना है और अन्य समाज के लोगों को अणुव्रत से जोड़ना है। उन्होनें कहा कि अणुव्रत व्यसन मुक्त जीवन जीना सिखाता है और आने वाली पीढ़ी को संस्कारी भी बनाता है। उन्होंने कहा कि अणुव्रत जीवन शैली जहाँ व्यक्ति की नैतिक चेतना का जागरण कर स्वकल्याण का आधार तैयार करती है वहीं समाज और विश्व के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है। अणुव्रत जीवन का आधार और दर्शन है तथा जीवन की ऊंचाईयों तक पहुंचाने का माध्यम है। यह अध्यात्म की पृष्ठभूमि व नैतिक मूल्यों की प्रतिष्ठा है। अणुव्रत सत्य के शोध और अभिव्यक्ति का सर्वमान्य मंच है। विशिष्ट अतिथि श्रवणजी कोचर ने अणुव्रत जीवन शैली पर अपने ओजस्वी वक्तव्य में कहा कि अणुव्रत के नियमों को छोटे छोटे कर परमाणु व्रत बनाकर भी यदि हम जीवन जिए तो एक स्वस्थ समाज स्वस्थ राष्ट्र की निर्माण कर सकते हैं। अणुव्रत के नियमों के बारे में जानकारी दी और सभी से अणुव्रत संकल्प स्वीकार करने की अपील की। उन्होनें कहा कि अणुव्रत एक असाम्प्रदायिक आन्दोलन है। जो मानव को मानवता से रहना सीखाता है। आचार्य श्री तुलसी ने अणुव्रत आन्दोलन के माध्यम से नैतिकता का शंखनाद किया। आचार्य महाप्रज्ञ जी ने प्रेक्षा ध्यान, जीवन विज्ञान के ऐसे अवदान दिये हैं जिससे देश और दुनिया को नई दिशा मिल रही है। अणुव्रत सबके लिए है। अणुव्रत के नियम और दर्शन को समझना ही नहीं है इसे अपनी जीवन शैली बनानी है। विवेक चेतना को जागृत करके इसे जीये तो स्वस्थ समाज का निर्माण संभव है।संस्था के शैक्षिक निदेशक नगर शिक्षाविद हरिसिंह भाटी ने अणुव्रत पर अपने विचार रखते हुए कहां कि अणुव्रत आंदोलन आचार्य तुलसी द्वारा प्रदत एक अनमोल अवदान है यह किसी पथ, संत, महंत और ग्रंथ से जुड़ा हुआ नहीं है। जो व्यक्ति नैतिकता में विश्वास करता है वह अणुव्रती बन सकता है। संस्था के प्रधानाचार्य डॉक्टर राजेन्द्र सिंह शेखावत ने अणुव्रत पर अपने विचार रखते हुए कहा कि अणुव्रत एक मार्ग है व्यक्ति के रूपांतरण का, यह आत्म कल्याण व जनकल्याण का पथ है। इसके द्वारा अनेक सामाजिक एवं राष्ट्रीय समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। शेखावत ने कहा कि अनुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी के नेतृत्व में अणुव्रत आंदोलन के अमृत महोत्सव वर्ष का संपूर्ति समारोह देश भर में मनाया जा रहा है। अधिक से अधिक लोग अणुव्रत के संकल्पों को स्वीकार कर स्वस्थ समाज निर्माण के लिए संकल्पित बनें। जीवन में अहिंसा, प्रामाणिकता, सद्‌भावना, नैतिकता को अपनाएँ । व्याख्याता मांगीलाल स्वामी ने अपने वक्तव्य में कहा कि छोटे-छोटे नियमों को अपनाकर अपनी आत्मा पर लगे कर्म रुपी परमाणुओं के बंधन से मुक्त हो सकते हैं। स्काउटर विजय पुनियां ने कहा कि पर्यावरण शुद्धता के लिए प्लास्टिक का प्रयोग कम से कम हो ऐसा हम सभी का प्रयास रहे और कहा कि हर व्यक्ति अपने जीवन काल में ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने का संकल्प ले। अंग्रेजी माध्यम की प्रिंसिपल सुमन राठौड़ ने समिति द्वारा विद्यालय में बच्चों को दिए जाने वाले जीवन विज्ञान के प्रशिक्षण से बच्चों में हुए परिवर्तन को अपने अनुभवों में सुनाया। समारोह में विद्यालय की छात्राओं रीया कुमारी, चंचल सोनी, ओजस्वी, चंचल प्रजापत, शर्मिला ने भी अणुव्रत पर अपने विचार रखे। इसी के साथ अणुव्रत अमृत महोत्सव के उपलक्ष में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं का भी सम्मान किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के स्टॉफ सहित कार्यकारिणी सदस्य, विद्यार्थी एवं गणमान्य नागरिकजन उपस्थित रहे। विद्यार्थियों द्वारा एक अणुव्रत रैली का आयोजन भी रखा गया जिसे अतिथियों ने हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन राष्टपति अवार्ड स्काउट भोजराज सिंह ने किया।

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