सरदारशहर के सरस्वती शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय में शिक्षक दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डीएसपी अनिल महेश्वरी, संस्थान के सचिव ओम प्रकाश सैनी, प्राचार्य डॉक्टर लोकेश शर्मा और प्राचार्य डॉक्टर पीके पांडिया व श्रीमती गिन्नी देवी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। अतिथियों का पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया।संस्था सचिव ओम प्रकाश सैनी ने मुख्य अतिथि के सम्मान में स्वागत भाषण देते हुए कहा कि संस्था का सौभाग्य है कि डीएसपी अनिल माहेश्वरी जी ने अपने व्यस्ततम कार्यक्रम से समय निकालकर विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाने के लिए पधारे हैं।
इस अवसर पर विद्यार्थी को संबोधित करते हुए शिक्षाविद ओम प्रकाश सैनी ने कहा कि शिक्षक और शिष्य का संबंध माटी और कुम्हार की तरह होता है, जैसे कुम्हार माटी से सुंदर बर्तनों को आकार देता है वैसे ही शिक्षक अबोध बच्चों को गढ़ कर सफल नागरिक बनता है। शिक्षक राष्ट्र निर्माता होने के साथ-साथ संपूर्ण समाज का पथ आलोकित करने वाले दीपक की तरह होता है जो स्वयं जलकर राष्ट्र के भविष्य का मार्ग प्रशस्त करता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अनिल कुमार माहेश्वरी ने कहा कि वे दिल से और दिमाग से शिक्षा जगत से जुड़े हुए हैं और कहा कि विद्यार्थियों यदि जिंदगी में सफलता हासिल करना चाहते हैं तो उन्हें सतत मेहनत करनी चाहिए क्योंकि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता।
वहीं डीएसपी ने आगे कहा की शिक्षक राष्ट्र निर्माता एवं पथ प्रदर्शक है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि अनिल माहेश्वरी और संस्थान के सचिव ओम प्रकाश माहेश्वरी ने महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर लोकेश शर्मा, प्राचार्य डॉक्टर पीके पांडिया, हरिप्रसाद प्रजापत, चंदनमल सैनी, विनोद सैनी रोहित सैनी, कुशाला राम,मोहित सैनी, राकेश चौहान, कविता शर्मा, अरविंद सिंह भाटी,अरुणा जांगिड,भागीरथ मेघवाल, चंपालाल सहित स्टाफ सदस्यों का माल्यार्पण व शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने बहुत ही अच्छी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
शिक्षक दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए बच्चों ने भाषण प्रस्तुत किया।सभी विद्यार्थियों को प्रसाद वितरण किया गया और मंगल कामना की गई। कार्यक्रम में सरस्वती संस्थान के डी फार्मा, आईआईटी, बी एड द्वि वर्षीय, बी एड इंटीग्रेटेड के सभी विद्यार्थियों ने अपना परिचय प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का धन्यवाद प्रस्ताव ने किया। कार्यक्रम का संयोजन कीर्ति गोयल ने किया।