सरदारशहर । महान कर्मयोगी संत परमपूज्य गुरुदेव ब्रम्हलीन स्वामी सेवानंद सरस्वती जी महाराज द्वारा स्थापित स्वामी सेवानंद सरस्वती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय कॉलेज में शहीद भगत सिंह की 117वीं जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज परिसर में भगत सिंह के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुई। अवसर पर सभी छात्रों ओर कॉलेज स्टाफ ने श्रद्धांजलि अर्पित की। भगत सिंह के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए, एक मिनट का मौन रखा गया। इसके साथ ही सभी ने उनकी साहसिक विचारधारा को आत्मसात करने और उनके सिद्धांतों को आज की युवा पीढ़ी तक पहुंचाने का संकल्प लिया।इसके उपरांत भगत सिंह द्वारा लिखित प्रसिद्ध लेख “विद्यार्थी और राजनीति” और “सांप्रदायिक दंगों का इलाज” का सामूहिक पाठन किया गया। इन लेखों में भगत सिंह के विचारधारात्मक दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया गया, जिसमें उन्होंने युवा छात्रों की भूमिका और सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई के महत्व पर जोर दिया था। मौके पर कॉलेज के निर्देशक जाखड़ Sir ने कहा, “भगत सिंह सिर्फ एक क्रांतिकारी नहीं थे, बल्कि वे एक विचार थे, जो छात्रों और युवाओं को समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए प्रेरित करते हैं।” उन्होंने सभी छात्रों से आग्रह किया कि वे भगत सिंह के आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करें और उनके रास्ते पर चलकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास करें। कार्यक्रम के समापन पर सभी उपस्थित छात्रों ने भगत सिंह के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने और देश की एकता, अखंडता और धर्मनिरपेक्षता की रक्षा के लिए, संविधान लोकतंत्र की रक्षा एवम बेहतर शिक्षा, गुणवतापूर्ण शिक्षा और सम्मानजनक रोजगार की गारंटी के लिए संगठित होकर काम करने की शपथ ली। कार्यक्रम में निर्देशक जाखड़ साहब,प्राचार्य डॉ. हरलाल डूडी, उप प्राचार्या डॉ. अभिलाषा भोजक, प्रोफेसर कृष्ण गिरी,प्रोफेसर पूनम वर्मा ,मनोज कुमार नायक,इंद्राज मेघवाल सहित छात्र उपस्थित रहे ।