आधी सदी बीत जाने के बाद भी लोगों के जुंबा पर पाकीजा फिल्म का गाना ‘चलते-चलते यूं ही कोई मिल गया था’ और ‘इन्हीं लोगों ने ले लीना दुपट्टा मेरा’ मौजूद है. राजकुमार और मीना कुमारी की यादगार और सदाबहार फिल्म ‘पाकीजा’ आज भी लोगों की पसंदीदा मूवी है. इस फिल्म को मीना कुमारी के पति कमाल अमरोही ने डायरेक्ट किया. हालांकि, एक समय कमाल को अपने महबूब के तौर पर देखने वाली मीना शादी के बाद जल्द ही बंदिशों के चलते उनसे अलग हो गईं. बेहद खूबसूरत हुस्न की मल्लिका की निजी जिंदगी बेहद खराब रही. इसे बात से आप समझ सकते हैं कि एक इंटरव्यू में उन्होंने खुद कहा था, ‘खुदा के वास्ते गम को भी तुम न बहलाओ, इसे तो रहने दो मेरा, यही तो मेरा है!’ उनकी निजी रिश्तों का असर फिल्म पाकीजा पर भी पड़ा. इस फिल्म को बनने में 14 साल गए. वहीं, राजकुमार भी मीना कुमारी की पांव देखकर उनसे प्यार कर बैठे.
आइये जानते हैं पूरा किस्सा…
यह फिल्म साल 1958 में बननी शुरू हुई थी. तीन साल बाद मीना और उनके पति कमाल का अलगाव हो गया. पहले से दो शादी कर चुके कमाल अपनी पत्नी मीना पर बेहद पाबंदियां लगाते थे. एक दिन मीना के सब्र का बांध टूट गया और वह उनसे अलग हो गईं. जब पाकीजा बंद होने की कगार पर पहुंच गई तो कमाल ने मीना को एक खत लिखा. उन्होंने मीना से कहा, “मैं जानता हूं कि आप सिर्फ इस शर्त पर ‘पाकीजा’ को पूरा करेंगी कि मैं आपको तलाक दे दूं. मुझे आपकी यह बात मंजूर है और मैं आपको हर तरह आजाद करने के लिए राजी हूं. इस फिल्म से कई लोगों की जिंदगी जुड़ी है इसलिए इसे जरूर पूरी करें.