सरदारशहर। शहर के ताल मैदान स्थित राजकीय उप जिला अस्पताल में पिछले काफी समय से जेब कतरों का बोलबाला है। अस्पताल परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बावजूद भी जेबकतरे बैखोफ होकर आये दिन मरीजों की जेब पर डाका डाल रहे हैं और पुलिस प्रशासन बेखबर है। अस्पताल में आये मेघाराम कटारिया ने बताया कि मैं और मेरा भाई ओमप्रकाश कटारिया दोनों अपने 80 वर्षीय दादा आदुराम कटारिया का चेकअप करवाने के लिए अस्पताल में चिकित्सक के रूम के आगे दोपहर करीब 1 बजे लाइन में लगे हुए थे तभी दो संदिग्ध महिलाओं एवं एक लड़के ने मेरे भाई के जेब से 8,600 निकाल लिए। थोड़ी देर बाद मेरे भाई ने रूपये संभाले तो जेब मैं रुपए नहीं मिले। हमने अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे चैक किए तो उसमें दो संदिग्ध महिलाएं एवं एक लड़का दिखाई दे रहा है। संभवतः उन्होंने ही मेरे भाई के जेब से रुपए निकाले हैं। इसी प्रकार परमेश्वर सुथार गांव कानड़वास के भी अस्पताल परिसर में अज्ञात ने 13000 रुपए निकाल लिए। पिड़ितों ने पुलिस को रिपोर्ट देकर जेबकतरों को पकड़ने और रुपये बरामद करने की मांग की है। आपके बता दें कि अस्पताल परिसर में दवाई काउंटर, पर्ची काउंटर और चिकित्सकों के रुम के आगे भीड़ का फायदा उठाकर मरीजों और उनके परिजनों की मजबूरी का फायदा उठाकर बैखोफ जेबकतरे जेबतराशी की वारदात को अंजाम देते हैं। अस्पताल प्रभारी डॉ चन्द्रभान जांगीड़ ने बताया कि अस्पताल परिसर में इस प्रकार की घटनाएं सामने आ रही है। इस सम्बंध अस्पताल परिसर में कई जगह जेब कतरों से सावधान रहे के स्लोगन भी लगा रखे हैं और समय समय-समय मरीजों और उनके परिजनों को जागरूक किया जाता है। फिर भी कुछ बदमाश भीड़ का फायदा उठाकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को भी समय-समय पर अस्पताल में निगरानी रखनी चाहिए और स्थाई पुलिस जवान की ड्यूटी लगानी चाहिए ताकि जेबतराशी की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।