चूरू। जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने मंगलवार को जिला परिषद सभागार में जिला स्तरीय समीक्षा समिति एवं जिला परामर्शदात्री समिति की दिसम्बर 2024 तिमाही हेतु आयोजित बैठकों में बैंक अधिकारियों से चर्चा कर समुचित निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि बैंकों का ऋण- जमा अनुपात मानक स्तर पर रहे। बैंकों के माध्यम से आमजन के लिए संचालित की जाने वाली योजनाओं में लंबित आवेदनों को त्वरितता से निस्तारण करें। आमजन को बैंकों की ऋण व विभागीय योजनाओं संबंध में किसी प्रकार की शिकायत न रहे। बैंक अधिकारी आमजन की शिकायतों का समयसीमा निर्धारित कर निस्तारण करें। उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक का 31 दिसंबर, 2024 पर ऋण-जमा अनुपात मानक स्तर से कम रहने, विभिन्न राजकीय योजनाओं में बहुत अधिक मात्रा में ऋण आवेदन लंबित रहने व ग्राहकों की बढ़ती शिकायतों पर नाराजगी जताई।
जिला कलक्टर ने नाबार्ड डीडीएम जीएल निर्वाण द्वारा चूरू जिले की वर्ष 2025-26 के लिए 9459.87 करोड़ रुपए संभाव्यतायुक्त ऋण योजना का विमोचन किया। आरबीआई जयुपर के अग्रणी जिला अधिकारी अखिलेश तिवारी ने भारतीय स्टेट बैंक और येस बैंक को ऋण- जमा अनुपात को चरणबद्ध तरीके से मानक स्तर से अधिक करने का सुझाव दिया तथा 2000 रुपए मूल्य वर्ग के नोटों को भारतीय रिजर्व बैंक के किसी भी क्षेत्रीय कार्यालय में बदलवाने की सुविधा के बारे में जानकारी दी। अग्रणी जिला प्रबन्धक अमर सिंह ने बैठक का संचालन करते हुए रूपरेखा प्रस्तुत की। इस दौरान बीआरकेजीबी सहायक प्रबंधक करनवीर सिंह, बीओबी उप क्षेत्रीय प्रबंधक चन्द्र शेखर, कृषि संयुक्त निदेशक मुकेश कुमार माथुर, राजीविका डीपीएम दुर्गा देवी ढाका, उद्योग महाप्रबंधक उजाला, भारत भूषण पूनिया, अमनदीप सिंह मीना, सहायक अग्रणी जिला प्रबन्धक दिनेश कुमार खरींटा सहित विभिन्न बैंकों के जिला समन्वयक व अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।