सरदारशहर के नैणासर सुमेरिया गांव के लोगों ने गुरुवार शाम को एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर बताया कि गांव में स्थित धार्मिक स्थान के पास आनन फानन में शौचालय का निर्माण कर दिया गया है, जिससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। और आनन फानन में बनाए गए शौचालय में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत 21 जुलाई 2020 को नैणासर सुमेरिया गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के पास सामुदायिक शौचालय की स्वीकृति जारी की गई थी। हमारे गांव में मुख्य स्थान पर 200 वर्षों पुरानी गोगाजी महाराज की खेजड़ी है वहां पर शौचालय का निर्माण करवा दिया गया है। जिससे गोगा जी महाराज में आस्था रखने वाले लोगों में काफी आक्रोश की स्थिति पैदा हो गई है और गांव में अशांति का माहौल पैदा हो रहा है। 21 जुलाई 2021 से लेकर ग्रामीणों ने कई बार विरोध किया और विरोध को देखते हुए सरदारशहर विकास अधिकारी, उपखंड अधिकारी और मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा शौचालय के निर्माण कार्य कक निर्धारित स्थान पर करने के आदेश निकाले थे। लेकिन उक्त आदेश की अवहेलना करते हुए जन्माष्टमी को छुट्टी के दिन सरदारशहर पंचायत समिति प्रधान व ग्राम के सरपंच द्वारा दो दिन में कार्य को पूर्ण कर दिया गया है। जिसमें घटिया सामग्री का उपयोग कर दिन-रात कार्य किया गया है। पंचायत समिति विकास अधिकारी एवं पंचायत समिति प्रधान एवं नैणासर समेरिया के सरपंच की मिली भगत से इस शौचालय का निर्माण कार्य नॉन वर्किंग डे को देखते हुए दिन रात 15-20 मजदूर मिस्त्री लगाकर कार्य को आधा अधूरा कर दिया। जिसमें घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। करीब 4 वर्ष पहले इस शौचालय की नीव रखी गई थी। जो बिल्कुल जर्जर अवस्था में है इसकी एक दीवार का निर्माण गांव के सार्वजनिक ट्यूबवेल की दीवार पर किया गया है। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से निवेदन किया कि निर्माण कार्य में घटिया निर्माण सामग्री की जांच करवाई जाए और और घटिया निर्माण कार्य को वहां से हटवाया जाए। इस अवसर पर भेरनाथ सिद्ध, नानुराम शर्मा, श्रवणनाथ सिद्ध, प्रशनाथ सिद्ध, भेरनथ सिद्ध, रेवंतनाथ सिद्ध मौजूद रहे।