सरदारशहर की अभिलाषा भोजक पुत्री सुशील कुमार भोजक को पीएचडी (डॉक्टरेट)की उपाधि मिली है। अभिलाषा ने श्री खुशाल दास यूनिवर्सिटी हनुमानगढ़ से शिक्षा शास्त्र विषय में डॉ.अनिता सिंह के निर्देशन में “घरेलू एवं कामकाजी महिलाओं के किशोर बच्चों के व्यक्तित्व, व्यक्तिगत मूल्य एवं सुरक्षा -असुरक्षा की भावना का अध्ययन” पर शोध कार्य पूर्ण किया। फाइनल सबमिट साक्षात्कार विश्वविद्यालय के शोध विभाग में संपन्न हुआ जिसमें एक्सटर्नल एक्जामिनर डॉ.राजेन्द्र डूडी , विश्वविद्यालय से रिसर्च डिपार्टमेंट से डॉ प्रवीण शर्मा, शिक्षा संकाय अधिष्ठाता डॉ विक्रय औलख व अन्य शिक्षाविदो की टीम के समक्ष अभिलाषा ने प्रस्तुत कर अपने कार्य को सम्पन्न किया । निर्धारित परीक्षा सम्पन्न के पश्चात सभी गुरुजनों ने अभिलाषा को डॉक्टरेट पूर्ण होने की बधाईयां दी। अभिलाषा ने बताया की मुझे जो आज उपलब्धि हासिल हुई है वो अपने माता पिता व गुरू जनों के आशीर्वाद और सहयोगी रोहताश जाखड़ के मार्गदर्शन से हुई है। जिन्होंने पी. एच डी रजिस्ट्रेशन से लेकर डॉक्टरेट पूर्ण होने तक सहयोग किया ।
अभिलाषा ने बताया की श्री मान जाखड़ साहब शिक्षा जगत से संबंधित महाविद्यालय में कार्यरत व्याख्याताओं की सहायता करते रहते है और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहते है।अभिलाषा शिक्षा जगत से जुड़े स्वर्गीय हनुमानमल जी भोजक, स्वर्गीय महावीर प्रसाद जी भोजक प्राचार्य बालमंदिर की पोत्री व अध्यापिका अंजना भोजक की पुत्री है। अभिलाषा को पीएचडी उपाधि मिलने पर सरदारशहर में स्थित स्वामी सेवानंद शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में शिक्षक दिवस के महोत्सव पर निर्देशक जाखड़ साहब , प्राचार्य डॉ. हरलाल डूडी व समस्त व्याख्याताओं ने विद्या की देवी मां सरस्वती जी की प्रतिमा देकर उनको सम्मानित किया। और परिवार जनों, मित्रगणों व शुभचिंतकों ने उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए आशीर्वाद प्रदान किया।